Tally(E.R.P 9)  Enterprise Resource Planning
अकाउंटिंग हिंदी :Tally एक अकाउंटिंग सॉफ्टवेयर हैं,जो Tally Solutions Pvt.Ltd एक बहुराष्ट्रीय भारतीय कम्पनी द्वारा निर्मित कंप्यूटर सॉफ्टवेयर हैं।सामान्य बोलचाल में tally को अकाउंटिंग से ही जोड़कर देखा जाता हैं,अपने व्यापार में किसी कम्पनी के वितीय लेन-देन को लिखकर रखना ही एकाउंटिंग हैं।पहले के जमाने में इसे रजिस्टर में हाथ से लिखकर रखा जाता हैं,समय के बदलाव के साथ ही,कम्पनी के अकाउंट को मेंटेन करने के लिए आज कंप्यूटर का उपयोग किया जाता हैं।

Accounting in Hindi: Accounting is a process in which the economic knowledge of the business is recorded, summarized and made easy to report, making decisions in the form of financial statements. Tally means that accounting is counting, organizing and keeping records. Where did the goods come from? Where did the expenditure come from?
Tally is an accounting software, Tally Solutions Pvt.Ltd is a computer software created by a multinational Indian company. In general speaking tally is associated with accounting itself, accounting is the writing of financial transactions of a company in its business. In earlier times, it is written by hand in the register, with the change of time, computers are used today to maintain the company account.


defination of Accounting in Hindi: अकाउन्टिंग सीखते समय हमें नियमित रूप से कुछ शब्दों का प्रयोग करना पडता है। तो पहले हम इन शब्दों के अर्थ समझते है –

Defination of Accounting in Hindi: While learning accountancy, we have to use some words regularly. So first we understand the meaning of these words -

1- Goods :- माल को बिजनेस में नियमित और मुख्‍य रूप से खरीदा और बेचा जाता हैं। उदाहरण के लिए – एक किराना दुकान में साबुन, तेल आदि गुडस् हैं। मुनाफे की खरीद और माल की बिक्री पर निर्भर करता है।

1- Goods: - Goods are bought and sold regularly and mainly in business. For example - a grocery store has goodies like soap, oil etc. Profit depends on the purchase and sale of goods.


Assets :- ऐसेट्स कीमती चीजें होती है, जो बिजनेस के लिए आवश्यक होती है और बिजनेस की संपत्‍ती होती है। उदाहरण के लिए- बिल्‍डींग, वेइकल, मशीनरी, फर्नीचर।


Assets: - Assets are valuable things, which are necessary for business and are assets of the business. For example- building, vehicles, machinery, furniture.

3- Liabilities :- लाइअबिलटीज़ दुसरों द्वारा बिजनेस को दि जाती है है। उदाहरण के लिए – बैंक से लिया गया लोन, क्रेडिट पर माल की खरीदा ।
3- Liabilities: - Liabilities are given by others to the business. For example - loan taken from bank, purchase of goods on credit.

4- Capital :- कैपिटल यानी पूंजी जो बिजनेस के मालिक द्वारा किया गया निवेश होता है। यह कैपिटल कैश, गुडस् या ऐसेट्स के रूप में होता है। जब की यह कैपिटल बिजनेस के मालिक द्वारा इन्वेस्ट किया गया है, तो बिजनेस के अनुसार यह कैपिटल भी एक लाइअबिलटीज़ होती है।

4- Capital: - Capital is the investment made by the business owner. This is in the form of capital cash, goods or assets. When this capital is invested by the owner of the business, according to the business, this capital is also a liabilities.


5- Debtor :- जिससें बिजनेस को निश्चित राशि लेनी होती है उसे डेब्‍टर कहा जाता है।

5- Debtor: - The business that has to take a fixed amount is called a debtor.


6- Creditor :-  जिन्‍हे हमारे बिजनेस को निश्चित राशि देनी होती है । उन्‍हे क्रेडिटर कहा जाता है।

6- Creditor: - Those who have to give a fixed amount to our business are called creditors.


7- Business Transaction :- एक वित्तीय घटना है जो बिजनेस से संबंधित है और जिसका प्रभाव कंपनी की वित्तीय स्थिति पर पडता हैं। उदाहरण के लिए – माल की खरीद, वेतन, क्रेडिट पर माल को बेचना।            
7.Business Transaction: - is a financial phenomenon which is related to business and which has an impact on the financial condition of the company.For example - purchase of goods, selling of goods on salary, credit.

8- Cash Transaction :- जो ट्रैन्ज़ैक्शन नकदी में किए जाते है उन्‍हे कैश ट्रैन्ज़ैक्शन कहा जाता है।
8- Cash Transaction: - The transactions which are done in cash are called cash transactions.

9- Credit Transaction :- जो ट्रैन्ज़ैक्शन क्रेडिट पर किए जाते है उन्‍हे क्रेडिट ट्रैन्ज़ैक्शन कहा जाता है।
9 - Credit Transaction: - The transactions which are done on credit are called credit transactions.

10- Account:-  अकाउन्ट किसी ट्रैन्ज़ैक्शन का स्टेट्मन्ट होता है, जो किसी ऐसेट्स, लाइअबिलटीज़, आमदनी या खर्चे को प्रभावित करता है।
10- Account: - Account is the statement of a transaction, which affects any assets, liabilities, income or expenses.

Types of Accounts inHindi:
1- Personal Accounts:- सभी व्यक्ति, सोसायटी, ट्रस्ट, बैंक और कंपनियों के खाते पर्सनल अकाउन्‍ट हैं। उदाहरण के लिए – Rahul  A/c, Gayatri Sales A/c, Subodh Traders A/c, Bank of Maharashtra A/c.


2- Real Accounts:- रियल अकाउन्‍ट में सभी ऐसेट्स और गुडस् अकाउन्‍ट शामिल है। जैसे – Cash A/c, Furniture a/c, Building A/c.



3- Nominal Accounts:- बिजनेस से संबंधित सभी आय और खर्च नॉमिनल अकाउन्‍ट के अंतर्गत आते है। उदा – Salary A/c, Rent A/c, Commission A/c, Advertisement A/c, Light Bill A/c.



Account Rules In Hindi:

ट्रैन्ज़ैक्शन करते समय, हमें डेबिट या क्रेडिट साइड का फैसला करना होता है। इसके निम्नलिखित नियम हैं –

1.Personal Accounts:- Debit : The Receiver or Debtor Credit : The Giver or Creditor.



2.Real Accounts: Debit : What comes in Credit : What goes out.



3.Nominal Accounts: Debit : All Expenses & Losses Credit : All Incomes & Gains.




Double Entry System of Book Keeping:
प्रत्येक ट्रैन्ज़ैक्शन व्‍यापर पर दो तरीके से प्रभावित करता है। उदाहरण के लिए,
1. गुडस् कैश मे खरीदा – इस ट्रैन्ज़ैक्शन में गुडस् बिजनेस मे आ रहा है लेकिन उसी समय बिजनेस से कैश बाहर जा रही है|


2.डबल एंट्री सि‍स्‍टम के अनुसार – ऐसे सभी बिजनेस ट्रैन्ज़ैक्शन को अकाउंट मे रिकॉर्ड करते समय इसके दो पहलू होते है Debit aspect (receiving) और Credit aspect (giving).


Short Cut Keys

Alt + F3 = Company Information।


Esc = Back करने के लिए।


Ctrl + A = Program Save करने के लिए।


Ctrl + Q = Program से बाहर होना।


Alt + C = ledger Short cut बनाने के लिए।


Alt + D= Ledger Delete करना।


F2 = Date Change करना।


Alt + F1= Program full detels.


F12 = Company ka Features.


F11 = Company ka Features.


Ctrl + N= Calculate Use.


Ctrl + V = Voucher Mode.


1.CONTRA VOUCHER


Contra Voucher का प्रयोग केवल बैंक अकाउंट और कैश ट्रांजेक्शन के लिए होता है | उदाहरण के लिए आपने बैंक में कैश जमा किया या बैंक से कैश निकाला या फिर एक बैंक अकाउंट से दूसरे अकाउंट में पैसा ट्रान्सफर करना ।

  • बैंक में 2000 रुपये जमा किये (Cash deposited into bank)
  • बैंक से 2000 रुपये निकाले (Cash withdraw from bank)
  • बैंक में चैक जमा किया (Check deposit into bank)
  • बैंक से चैक प्राप्त (Check Receive from bank)


2.Payment Voucher
Payment Voucher का प्रयोग भुगतान से सम्बंधित एंट्री करने के लिए किया जाता है |उदाहरण के लिये जब cash a/c या किसी बैंक अकाउंट से कैश में भुगतान किया हो तो  Payment voucher का प्रयोग करते है |
  • वेतन दिया (Salary paid)
  • मोहन को मजदूरी दी (Wages Paid to Mohan)
  • श्याम को भुगतान किया (Cash paid to Shyam)
  • माल पर डिस्काउंट दिया (Discount given on goods)
  • किराया दिया (Rent Paid)
3. Receipt Voucher
.Receipt Voucher का प्रयोग प्राप्ति से सम्बंधित एंट्री करने के लिए किया जाता हैं|
      .अमन से 2000 रुपये प्राप्त हुए (Cash receive from aman)
              .Salary प्राप्त (Salary Receive)
             .Rent प्राप्त (Rent Receive)
            .राम से कमीशन प्राप्त (Commission receive to ram)


     .    Credit Assets Purchase / Sales.
  • Drawings / Donation / Charity as Goods.
  • Goods Distribution as Free Sample.
  • Loss by fire / Loss by theft.
  • Any Adjustment Enter.

5. Sales Vhoucer
.1500 रुपये का सामान बेचा।
.मोहन को फर्नीचर बेचा।
.राम को नगद मशीन बेचीं।
.संजय को सामान बेचा।
6.Purchase Voucher |
  • फर्नीचर खरीदा (Furniture Purchase)
  • सोहन से मशीन खरीदी (Machine Purchase from Sohan)
  • मोहन से नगद सामान ख़रीदा (Goods Purchase from Mohan by cash)
  • बिल्डिंग खरीदी (Building purchase)
     
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